सफ़र

#ट्रेन कब निकल रही हो बनारस कल.. कल क्यो परसो चलो न साथ में चलेंगे नही पापा ने बोल दिया है कि कल ही चलेंगे क्या यार साथ में चलते तो... ठीक है शाम को बताती हु.. अरे यार पापा नही जा पाएंगे कोई जरूरी काम आ गया है तुम चलो ना कल साथ में तब ठीक है 9 बजे वाली ट्रेन से चलते हैं अरे कहा हो ट्रेन बलिया से चल दी है बस पहुंच रहे हैं प्रणाम अंकल जी.. तुम भी जा रहे हो क्या बेटा.. हाँ तब तो ठीक ही है साथ में चले जाना इसे वाराणसी तक छोड़ देना जी ठीक है ट्रेन आई तो इतनी भीड़ थी कि क्या बताए हम लोगों ने स्लीपर क्लास में ही चढ़ लिए अरे ये तो स्लीपर है तो क्या हुआ है तो है T.T. आएगा तो.. तो... देख लेंगे.. अरे तुम तो त्यार ही नहीं थे अरे क्या बताए कितनी जल्दी जल्दी सब समान पैक किया और आते वक़्त माँ ने ये दो झोला भर कर दे दिया.. और ये रंग अभी नही छुड़ाए हैं क्यो... इसका इंतजार मै काफ़ी अर्से से कर रहा था तुम क्या समझोगी अब जाकर लगे हैं इसे ऐसे थोड़े छूटने देंगे.... ओ... 😍 तुम्हारा भी तो अभी वैसे ही है वो तो ऐसे ही... जैसे जैसे ट्रेन कुछ दूरी तय की हमे सीट मिल गई रास्त...